ranthambore ke chauhan vansh mcq : रणथंबोर का चौहान वंश mcq

रणथंबोर का चौहान वंश : महत्वपूर्ण प्रश्नावली ranthambore ke chauhan vansh mcq ranthambore ke chauhan vansh mcq 14. रणथम्भौर का चौहान वंश का संस्थापक था? (A) हम्मीर देव चौहान(B) वीर नारायण(C) गोविंदराज(D) वाल्हण (C) स्पष्टीकरण रणथम्भौर के चौहान वंश का संस्थापक गोविन्दराज (1194) ई.) पृथ्वीराज तृतीय का पुत्र था। गोविंदराज के उत्तराधिकारी क्रमशः वाल्हण, प्रल्हादन … Read more

चौहान राजवंश mcq : Rajasthan ke Pramukh Rajvansh : Chouhan Rajvansh

राजस्थान के प्रमुख राजवंश मे से एक “चौहान राजवंश” के महत्वपूर्ण प्रश्न ओर नोट्स। चौहान राजवंश mcq (A) चौहान (B) राठौड़ (C) भाटी (D) कच्छवाहा Ans [ A ] स्पष्टीकरण : चौहान राजवंश mcq बिजौलिया अभिलेख (1169-1170 ई.) बिजौलिया कस्बे (भीलवाड़ा) के पार्श्वनाथ मंदिर की चट्टान पर उत्कीर्ण संस्कृत भाषी लेख है। अभिलेख की स्थापना … Read more

मोतीलाल तेजावत का एकी/भोमट भील आंदोलन :Janjati Aandolan

परिचय : मोतीलाल तेजावत मोतीलाल तेजावत का एकी/भोमट भील आंदोलन मोतीलाल तेजावत का जन्म उदयपुर राज्य के झाड़ोल ठिकाने के कालियारी गांव में ओसवाल जैन परिवार के यहां हुआ। इन्हें आदिवसियों का मसीहा व बावजी के नाम से जाना जाता था। • मोतीलाल तेजावत ने झाड़ोल ठिकाने के कामदार के रूप में कार्य किया लेकिन … Read more

महाराणा प्रताप का इतिहास :[1540–1597] History Of Maharana Pratap

सामान्य परिचय : Maharana Pratap महाराणा प्रताप का जन्म विक्रम संवत् (1597), ज्येष्ठ शुक्ला तृतीय (9 मई, 1540 ई.) को कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ। इनके पिता मेवाड़ के म उदयसिंह तथा माता जैवन्ताजीवंत कंवर जयवंतीबाई थी। उदयसिंह ने अपनी अन्य रानी धीरकंवर के पुत्र जगमाल को मेवाड़ का अगला राजा घोषित कर दिया। परन्तु मेवाड … Read more

मीणा आंदोलन और जनजाति आंदोलन MCQ

मीणा आंदोलन : • जयपुर तथा अलवर क्षेत्र में खोहगंग, माची, गैटोर एवं शोभा के प्रारभतकमी जातिका राज्य था। • सर्वप्रथम ग्वालियर से आकर दुलारा कच्चावाने सोहगंग पर अधिकार कर लिया। • कालान्तर में मीणा आधिपत्य वाले स्थानों पर कच्छवाहों ने अधिकार कर लिया। उन्नीसवीं सदी में केवल खैरा (भीलवाड़ा व टॉक का भू-भाग) क्षेत्र … Read more

राजस्थान का जनजाति आंदोलन : मानगढ़ का विराट सम्मेलन

मानगढ़ का विराट सम्मेलन : राजस्थान का जनजाती आंदोलन • गोविन्द गिरि ने अक्टूबर, 1913 में भीलों को बांसवाड़ा को मानगढ़ पहाड़ी पर एकत्र होने के लिए संदेश भेजा, जिसमें पूंजा धीरजी व गोवपालिया ने मुख्य भूमिका निभाई। 30 अक्टूबर, 1913 को सूथ के पुलिस थानेदार ने सिपाही यूसुफ खान व गुलमोहम्मद को मानगढ़ पहाड़ी … Read more

राजस्थान का जनजाति आंदोलन : गोविन्दगिरी का भगत आंदोलन

गोविन्दगिरी का भगत आंदोलन • गोविन्द गिरी का जन्म 20 दिसम्बर, 1858 को बांसिया बेड़सा (डूंगरपुर) में एक बंजारा परिवार में हुआ। यह एक किसान थे। पुत्र व पत्नी की मृत्यु ने इन्हें अध्यात्म की ओर प्रेरित किया तथा वह संन्यासी बन गए तथा कोटा, बूंदी अखाड़े के साधु राजगिरी को अपना गुरू बना लिया। … Read more

राजस्थान का जनजाति आंदोलन : भील विद्रोह

भील विद्रोह (1818-1900) • राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी भाग में उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा तथा सिरोही में भील जनजाति का बाहुल्य रहा है। • मेवाड़ में मराठाओं का हस्तक्षेप होने लगा जिससे महाराणा शक्तिहीन होने लगा इसी मौके का फायदा उठाकर भोमट प्रदेश के भीलों ने लूटमार व चोरी करना प्रारम्भ कर दिया। भील मुखिया (गमेती) मार्गों … Read more

राजस्थान का जनजाति आंदोलन : मेर विद्रोह ( 1818-1821 ).

मेर विद्रोह (1818-1821) मेर बाहुल्य क्षेत्र मेरवाड़ा कहलाता था, जिसका भू-भाग अजमेर, मेवाड़ व मारवाड़ क्षेत्र के अंतर्गत था। • यह क्षेत्र अंग्रेजों के आगमन से पूर्व सीधे तौर पर किसी राजनीतिक सत्ता के नियंत्रण में नहीं था। • अंग्रेज मेरों को अपने नियंत्रण में लाना चाहते थे क्योंकि वह आदिवासियों द्वारा किये जा सकने … Read more

बीकानेर के राजा राय सिंह : साहस और वीरता का प्रतिक

बीकानेर के राजा राय सिंह के अनसुने तथ्य • 1570 ई. में अकबर की अजमेर यात्रा के दौरान लगाये गये नागौर दरबार में बीकानेर का शासक कल्याणमल भी अपने पुत्र कुंवर रायसिंह तथा पृथ्वीराज के साथ मुगल सेवा में उपस्थित हो गया। • नागौर दरबार में ही मुगल सम्राट और बीकानेर राज्य का मैत्री संबंध … Read more